मसीहियत दूर-दूर तक फैलती है
बैतनिय्याह के पास जैतून पहाड़ पर, यीशु ने अपने चेलों को प्रचार करने का एक ऐसा काम सौंपा जिससे दुनिया का इतिहास बदल जाता। यह काम, उस पहाड़ से करीब तीन किलोमीटर दूर, पश्चिम में बसे यरूशलेम से शुरू होना था। यीशु के संदेश को पास के यहूदिया और सामरिया तक पहुँचाया जाना था और आखिरकार, इसे “पृथ्वी की छोर” तक सुनाया जाना था।—प्रेरि 1:4, 8, 12.
यीशु के ये कहने के कुछ ही दिनों बाद, यरूशलेम में पिन्तेकुस्त का पर्व हुआ। इसे मनाने के लिए, पूरे रोमी साम्राज्य से यहूदी और यहूदी मतधारक आकर यरूशलेम में इकट्ठे हुए। वे जिन-जिन इलाकों से आए, उन्हें नीचे नक्शे में दिखाया गया है। उस दिन जब प्रेरित पतरस ने उनको प्रचार किया, तो इससे मसीहियत के बड़ी तेज़ी से फैलने का रास्ता खुला।—प्रेरि 2:9-11.
बहुत जल्द यरूशलेम में मसीह के चेलों पर ज़ुल्म होने लगे और वे यहाँ-वहाँ तितर-बितर हो गए। पतरस और यूहन्ना की मदद से सामरिया के लोगों ने राज्य की खुशखबरी सुनी और उसे कबूल किया। (प्रेरि 8:1, 4, 14-16) जब फिलिप्पुस ने, “यरूशलेम से अज्जाह” जानेवाले वीरान रास्ते पर, एक कूशी आदमी को गवाही दी, तो इससे मसीहियत अफ्रीका में भी फैल गयी। (प्रेरि 8:26-39) इसी दौरान, लुद्दा में भी सुसमाचार सुनाने के अच्छे नतीजे निकले। लुद्दा, शारोन के मैदानों पर और याफा (जापा) नाम के बंदरगाहवाले शहर के पास है। (प्रेरि 9:35, 42) वहाँ से पतरस, कैसरिया गया और उसने रोमी अफसर कुरनेलियुस, उसके रिश्तेदारों और दोस्तों को आत्मा से अभिषिक्त मसीही बनने में मदद दी।—प्रेरि 10:1-48.
पौलुस, जो पहले मसीहियों पर ज़ुल्म ढाता था, अब गैर-यहूदी जातियों के लिए प्रेरित बना। उसने सड़क और जहाज़ से तीन मिशनरी दौरे किए और एक बार वह रोम गया। पेज 2 देखें।) और पतरस ने पूर्व के दूर-दूराज़ के इलाकों में, यहाँ तक कि बाबुल में जाकर सेवा की। (1पत 5:13) इसमें शक नहीं कि मसीह के मुखियापन के अधीन उसके चेलों ने मसीहियत को दुनिया के कोने-कोने तक फैलाया। सा.यु. 60/61 तक ‘सुसमाचार का प्रचार आकाश के नीचे की सारी सृष्टि में किया गया।’ (कुलु 1:6, 23) और तब से यह सुसमाचार सचमुच “पृथ्वी की छोर तक” पहुँच गया है।
इस प्रेरित ने और दूसरे प्रचारकों ने रोमी साम्राज्य के घनी आबादीवाले बहुत-से इलाकों में सुसमाचार सुनाया। पौलुस स्पेन (इसपानिया) भी जाना चाहता था ([पेज 32 पर नक्शा]
(भाग को असल रूप में देखने के लिए प्रकाशन देखिए)
मसीहियत कितनी दूर तक फैली
वे इलाके जहाँ सुसमाचार बहुत तेज़ी से पहुँचा
ख1 इल्लुरिकुम
ख1 इटली
ख1 रोम
ग1 मकिदुनिया
ग2 यूनान
ग2 अथेने (एथेन्स)
ग2 क्रेते
ग3 कुरेने
ग3 लिबूआ (लिबिया)
घ1 बितूनिया
घ2 गलतिया
घ2 एशिया
घ2 फ्रूगिया
घ2 पमफूलिया
घ2 कुप्रुस
घ3 मिस्र
घ4 कूश (इथियोपिया)
च1 पुन्तुस
च2 कप्पदूकिया
च2 किलिकिया
च2 मसोपोटामिया
च2 सूरिया
च3 सामरिया
च3 यरूशलेम
च3 यहूदिया
छ2 मादै
छ3 बाबुल
छ3 एलाम
छ4 अरब
ज2 पारथिया
[सागर/खाड़ी]
ग2 भूमध्य सागर
घ1 काला सागर
च4 लाल सागर
छ3 फारस की खाड़ी
[पेज 32, 33 पर नक्शा]
(भाग को असल रूप में देखने के लिए प्रकाशन देखिए)
पौलुस की यात्राएँ
पहली मिशनरी यात्रा (प्रेरि 13:1–14:28)
झ3 अन्ताकिया (सूरिया का)
झ3 सिलूकिया
ज4 कुप्रुस
ज3 सलमीस
ज4 पाफुस
ज3 पमफूलिया
छ3 पिरगा
छ3 पिसिदिया
छ2 अन्ताकिया (पिसिदिया का)
ज2 इकुनियुम
ज2 लुकाउनिया
ज2 लुस्त्रा
ज3 दिरबे
ज2 लुस्त्रा
ज2 इकुनियुम
छ2 अन्ताकिया (पिसिदिया का)
छ3 पिसिदिया
ज3 पमफूलिया
छ3 पिरगा
छ3 अत्तालिया
झ3 अन्ताकिया (सूरिया का)
दूसरी मिशनरी यात्रा (प्रेरि 15:36–18:22)
झ3 अन्ताकिया (सूरिया का)
झ3 सूरिया
झ3 किलिकिया
झ3 तरसुस
ज3 दिरबे
ज2 लुस्त्रा
ज2 इकुनियुम
छ2 अन्ताकिया (पिसिदिया का)
छ2 फ्रूगिया
ज2 गलतिया
च2 मूसिया
च2 त्रोआस
च1 सुमात्राके
घ1 नियापुलिस
घ1 फिलिप्पी
ग1 मकिदुनिया
घ1 अम्फिपुलिस
घ1 थिस्सलुनीके
घ1 बिरीया
ग2 यूनान
घ2 अथेने
घ2 कुरिन्थुस
घ3 अखाया
च2 इफिसुस
ज4 कैसरिया
झ5 यरूशलेम
झ3 अन्ताकिया (सूरिया का)
तीसरी मिशनरी यात्रा (प्रेरि 18:22–21:19)
झ3 सूरिया
झ3 अन्ताकिया (सूरिया का)
ज2 गलतिया
छ2 फ्रूगिया
झ3 किलिकिया
झ3 तरसुस
ज3 दिरबे
ज2 लुस्त्रा
ज2 इकुनियुम
छ2 अन्ताकिया (पिसदिया का)
च2 इफिसुस
च2 एशिया
च2 त्रोआस
घ1 फिलिप्पी
ग1 मकिदुनिया
घ1 अम्फिपुलिस
घ1 थिस्सलुनीके
घ1 बिरीया
ग2 यूनान
घ2 अथेने
घ2 कुरिन्थुस
घ1 बिरीया
घ1 थिस्सलुनीके
घ1 अम्फिपुलिस
घ1 फिलप्पी
च2 त्रोआस
च2 अस्सुस
च2 मितुलेने
च2 खियुस
च2 सामुस
च3 मीलेतुस
च3 कोस
च3 रुदुस
छ3 पतरा
झ4 सूर
झ4 पतुलिमयिस
ज4 कैसरिया
झ5 यरूशलेम
रोम की यात्रा (प्रेरि 18:22–21:19)
झ5 यरूशलेम
ज4 कैसरिया
झ4 सीरिया
छ3 मूरा
छ3 लूसिया
च3 कनिदुस
घ3 क्रेते
घ4 कौदा
क3 मिलिते
क3 सिसिली
क3 सुरकूसा
क1 इटली
ख2 रेगियुस
क1 पुतियुली
क1 रोम
खास रास्ते
सात कलीसियाएँ
च2 पिरगमुन
च2 थुआतीरा
च2 सरदीस
च2 स्मुरना
च2 इफिसुस
छ2 फिलदिलफिया
छ2 लौदीकिया
[दूसरी जगहें]
च3 पतमुस
छ2 कुलुस्से
छ5 सिकंदरिया
छ5 मिस्र
ज1 बितूनिया
ज5 याफा
ज5 लुद्दा
ज5 अज्जाह
झ1 पोन्तुस
झ2 कप्पदूकिया
झ4 दमिश्क
झ4 पेल्ला
[सागर/खाड़ी]
घ4 भूमध्य सागर
[पेज 33 पर तसवीर]
मिलेतुस का एक थियेटर, यह वही शहर था जहाँ पौलुस इफिसुस के प्राचीन से मिला
[पेज 33 पर तसवीर]
पिरगमुन में ज़ियस देवता की वेदी। इस शहर के मसीही वहाँ रहते थे “जहां शैतान का सिंहासन है”—प्रका 2:13