प्रहरीदुर्ग—अध्ययन संस्करण जुलाई 2017
इस अंक में 28 अगस्त–24 सितंबर, 2017 के लिए अध्ययन लेख दिए गए हैं।
उन्होंने खुशी-खुशी खुद को पेश किया —तुर्की में
सन् 2014 में तुर्की में प्रचार का एक खास अभियान चलाया गया। यह किस लिए रखा गया? इससे क्या नतीजे मिले?
सच्ची दौलत को ढूँढ़ने में लगे रहिए
आप किस तरह अपनी धन-संपत्ति से यहोवा के साथ अपना रिश्ता मज़बूत कर सकते हैं?
“रोनेवालों के साथ रोओ”
अपने अज़ीज़ की मौत का गम सहनेवाले को कहाँ से दिलासा मिल सकता है? आप उसकी मदद कैसे कर सकते हैं?
“याह की तारीफ” क्यों करें?
भजन 147 में कई वजह दी गयी हैं कि क्यों हमें अपने सृष्टिकर्ता की कदर करनी चाहिए और उसका धन्यवाद करना चाहिए।
“वह . . . तेरी सारी योजनाएँ सफल करे”
नौजवानों को तय करना होता है कि वे अपनी ज़िंदगी में क्या करेंगे। यह फैसला करना आसान नहीं, लेकिन जो नौजवान यहोवा से सलाह माँगते हैं उन्हें उससे आशीषें मिलती हैं।
अपनी सोच की हिफाज़त कीजिए
शैतान झूठी बातें फैलाकर आप पर हमला कर रहा है। आप उसके हमले का डटकर सामना कैसे कर सकते हैं?
आपने पूछा
दूसरे इंसानों से अपना बचाव करने के लिए क्या एक मसीही को पिस्तौल या बंदूक रखनी चाहिए?