परमेश्वर की सरकार लाएगी सच्चा न्याय
परमेश्वर की सरकार लाएगी सच्चा न्याय
बाइबल की भविष्यवाणी दिखाती है कि परमेश्वर जल्द ही दुनिया की मौजूदा व्यवस्था को हटाकर एक नयी व्यवस्था लाएगा। उस समय पूरी दुनिया में सिर्फ एक सरकार होगी और वह है परमेश्वर का राज जिसका राजा यीशु मसीह है। (प्रकाशितवाक्य 11:15) परमेश्वर का राज अन्याय को किस तरह खत्म करेगा? दो तरीकों से:
1. परमेश्वर का राज सारी इंसानी सरकारों को खत्म कर देगा, क्योंकि वे नाकाबिल साबित हुई हैं और उनके शासन में अन्याय-ही-अन्याय है। दानिय्येल 2:44 में लिखा है: “उन राजाओं [सरकारों] के दिनों में स्वर्ग का परमेश्वर, एक ऐसा राज्य उदय करेगा जो . . . [इंसान के बनाए] सब राज्यों को चूर चूर करेगा, और उनका अन्त कर डालेगा; और वह सदा स्थिर रहेगा।”
2. परमेश्वर का राज, दुष्टों का नाश कर देगा और उन लोगों को बचाएगा जो न्याय से पेश आते हैं। भजन 37:10 कहता है: “थोड़े दिन के बीतने पर दुष्ट रहेगा ही नहीं।” आयत 28 में लिखा है: “यहोवा न्याय से प्रीति रखता; और अपने भक्तों को न तजेगा। उनकी तो रक्षा सदा होती है।”
ये ‘भक्त’ यानी परमेश्वर के वफादार सेवक, आदर्श प्रार्थना में कही यीशु की यह बात पूरी होते देखेंगे: “तेरा राज आए। तेरी मरज़ी, जैसे स्वर्ग में पूरी हो रही है, वैसे ही धरती पर भी पूरी हो।” (मत्ती 6:10) धरती के लिए परमेश्वर की मरज़ी क्या है?
जब परमेश्वर का राज धरती पर हुकूमत करेगा, तब . . .
भ्रष्टाचार और अंधेर नहीं होगा। यीशु मसीह के बारे में इब्रानियों 1:9 में लिखा है: “तू ने सच्चाई से प्यार किया और दुराचार से नफरत की।” एक न्यायी राजा के तौर पर यीशु “दोहाई देनेवाले दरिद्र का, और दुःखी और असहाय मनुष्य का उद्धार करेगा। . . . वह उनके प्राणों को अन्धेर और उपद्रव से छुड़ा लेगा; और उनका लोहू उसकी दृष्टि में अनमोल ठहरेगा।”—भजन 72:12-14.
सभी को भरपेट खाना मिलेगा। उस समय के बारे में बाइबल कहती है: “भूमि ने अपनी उपज दी है, परमेश्वर जो हमारा परमेश्वर है, उस ने हमें आशीष दी है।” (भजन 67:6) “देश में पहाड़ों की चोटियों पर बहुत सा अन्न होगा।” (भजन 72:16) यीशु जब धरती पर था, तो उसने चमत्कार करके हज़ारों लोगों को एक-साथ खाना खिलाया था। यह इस बात की झलक है कि परमेश्वर के राज में वह क्या-क्या करेगा।—मत्ती 14:15-21; 15:32-38.
सच्चा न्याय होगा और इंसान की नाकाबिलीयत इसमें कोई रुकावट नहीं डालेगी। “सृष्टि में ऐसी एक भी चीज़ नहीं जो परमेश्वर की नज़र से छिपी हुई हो। हाँ, हमें जिसे हिसाब देना है उसकी आँखों के सामने सारी चीज़ें खुली और बेपरदा हैं।” (इब्रानियों 4:13) मसीह के बारे में हम बाइबल में पढ़ते हैं: “वह मुंह देखा न्याय न करेगा और न अपने कानों के सुनने के अनुसार निर्णय करेगा; परन्तु वह कंगालों का न्याय धर्म से, और पृथ्वी के नम्र लोगों का निर्णय खराई से करेगा।”—यशायाह 11:3, 4.
परमेश्वर का राज निकट है!
दुनिया के बिगड़ते हालात इस बात का सबूत हैं कि इसका अंत बहुत जल्द होनेवाला है। भजन 92:7 में लिखा है: “दुष्ट जो घास की नाईं फूलते-फलते हैं, और सब अनर्थकारी जो प्रफुल्लित होते हैं, यह इसलिये होता है, कि वे सर्वदा के लिये नाश हो जाएं।” परमेश्वर के क्रोध से बचने और उन लोगों में शामिल होने के लिए जिन्हें वह आनेवाले नाश से बचाएगा, आपको क्या करना चाहिए? यीशु मसीह ने कहा: “हमेशा की ज़िंदगी पाने के लिए ज़रूरी है कि वे तुझ एकमात्र सच्चे परमेश्वर का और यीशु मसीह का, जिसे तू ने भेजा है, ज्ञान लेते रहें।”—यूहन्ना 17:3.
क्या आप यह अनमोल ज्ञान लेना चाहेंगे? अगर हाँ, तो यहोवा के साक्षियों से संपर्क कीजिए जैसे पिछले लेख में बताए हाइडी, डॉरथी और फीरोदीन ने किया था। साक्षियों को आपके सवालों के जवाब देने में खुशी होगी और इसके लिए आपको पैसे देने की ज़रूरत नहीं, न ही आपको किसी चीज़ के लिए बाध्य किया जाएगा। (g12-E 05)
[पेज 15 पर बक्स/तसवीर]
जब ज़िंदगी ही हमारे साथ अन्याय करे
एमली अमरीका में रहती है। वह सात साल की थी जब डॉक्टरी जाँच से पता चला कि उसे ल्यूकीमिया (ब्लड कैंसर) है। जहाँ उसके दोस्त कभी-कभार सर्दी या फ्लू से बीमार पड़ते हैं, वहीं एमली सालों से अपनी बीमारी से जूझ रही है। बचपन से ही वह इलाज करा रही है, यहाँ तक कि कीमोथेरेपी भी। वह कहती है, “ल्यूकीमिया बहुत दर्दनाक बीमारी है!”
हालाँकि एमली को ज़िंदगी में इस मुश्किल का सामना करना पड़ता है, लेकिन उसने आशा नहीं छोड़ी है। इसके बजाय, वह उस समय का इंतज़ार कर रही है, जब परमेश्वर के राज में “कोई निवासी न कहेगा कि मैं रोगी हूं।” (यशायाह 33:24) एमली कहती है, “मेरी पसंदीदा आयत मरकुस 12:30 है जहाँ लिखा है: ‘तुझे अपने परमेश्वर यहोवा से अपने पूरे दिल, अपनी पूरी जान, अपने पूरे दिमाग और अपनी पूरी ताकत से प्यार करना है।’ जब मैं यहोवा से प्रार्थना करती हूँ, तो वह मुझे ताकत देता है। यहोवा ने मुझे एक प्यारा परिवार दिया है और एक अच्छी मंडली का हिस्सा बनाया है, इसके लिए मैं उसे बहुत धन्यवाद देती हूँ। साथ ही उसने मुझे नयी दुनिया में हमेशा तक जीने की आशा दी है। इस आशा से मुझे बहुत हिम्मत मिलती है।”
[पेज 14, 15 पर तसवीरें]
परमेश्वर के राज में सभी को भरपेट खाना मिलेगा और वहाँ कोई भेदभाव नहीं होगा, साथ ही सच्चा न्याय होगा