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दिल से और खुशी-खुशी दान देना

दिल से और खुशी-खुशी दान देना

दिल से और खुशी-खुशी दान देना

दान देने के मामले में, प्रेषित पौलुस ने लिखा: “हर कोई जैसा उसने अपने दिल में ठाना है, वैसा ही करे, न कुड़कुड़ाते हुए, न ही किसी दबाव में, क्योंकि परमेश्‍वर खुशी-खुशी देनेवाले से प्यार करता है।” (2 कुरिं. 9:7) यहोवा कभी किसी के साथ ज़ोर-ज़बरदस्ती नहीं करता कि उसे सच्ची उपासना का साथ देना ही देना है। इसके बजाय, वह अपने सेवकों को यह छूट देता है कि वे अपनी मरज़ी से और खुशी-खुशी दान देने के ज़रिए अपनी भक्‍ति का सबूत दें। और परमेश्‍वर के लोगों ने दिल खोलकर सच्ची उपासना की खातिर दान दिए हैं। यह सिलसिला मुद्दतों से चला आ रहा है। आइए इसकी तीन मिसालों पर गौर करें।

यहोवा जब इसराएलियों को मिस्र से बाहर लाया, तब उसने उन्हें एक निवास-स्थान बनाने का निर्देश दिया। इसे बनाने के लिए कई चीज़ों की ज़रूरत थी, इसलिए इसराएलियों को ये चीज़ें दान करने का न्यौता दिया गया। तब “प्रत्येक मनुष्य जिसके मन ने उसे प्रोत्साहित किया,” (NHT) सोना-चाँदी, गहने-जवाहरात और दूसरी चीज़ें लाया। सभी ने इतनी उदारता से दिए कि आखिरकार, उन्हें रोकने के लिए एक घोषणा करनी पड़ी।—निर्ग. 35:5, 21; 36:6, 7.

सदियों बाद, जब यहोवा का मंदिर बनाया जाना था, तो एक बार फिर परमेश्‍वर के लोगों के सामने उदारता से देने का मौका आया। राजा दाविद ने इस काम के लिए अपनी तरफ से बहुत बड़ा दान दिया। उसने दूसरों को भी ऐसा करने का बुलावा दिया। सभी ने खुशी-खुशी दान दिया। नतीजा, इतना दान इकट्ठा हुआ कि अगर केवल सोने-चाँदी का हिसाब लगाया जाए, तो उसकी कीमत आज के समय में 4,800 अरब रुपए से भी ज़्यादा होगी! यही नहीं, अपनी इच्छा से यहोवा को भेंट देने की वजह से लोग बेहद खुश थे।—1 इति. 29:3-9; 2 इति. 5:1.

यीशु के शुरूआती चेलों ने भी खुशी-खुशी दान दिया। ईसवी सन्‌ 33 में, पिन्तेकुस्त के दिन यरूशलेम में करीब 3,000 लोगों ने बपतिस्मा लिया। इनमें से कई लोग यरूशलेम के रहनेवाले नहीं थे। ऊपर से वे गरीब भी थे। इसलिए कुछ समय तक दान जमा करने का इंतज़ाम किया गया, ताकि वे यरूशलेम में रहकर अपने नए विश्‍वास के बारे में और ज़्यादा सीख सकें। इसके लिए कई भाइयों ने अपनी जायदाद बेचकर प्रेषितों को पैसा दिया। उन भाइयों ने जिस तरह अपना प्यार और विश्‍वास दिखाया, यह देखकर यहोवा का दिल ज़रूर बाग-बाग हुआ होगा!—प्रेषि. 2:41-47.

आज, मसीही सच्ची उपासना को बढ़ावा देने के लिए दिल खोलकर और खुशी-खुशी अपना समय, ताकत और दौलत लगाते हैं। आप भी ऐसा कर सकते हैं। इसके कुछ तरीके नीचे दिए बक्स में बताए गए हैं।

[पेज 18, 19 पर बक्स]

कुछ लोग इन तरीकों से दान करते हैं

पूरी दुनिया में हो रहे काम के लिए दान

बहुत-से लोग एक निश्‍चित रकम उस दान-पेटी में डालते हैं जिस पर लिखा होता है, “पूरी दुनिया में हो रहे काम के लिए।”

हर महीने मंडलियाँ यह रकम यहोवा के साक्षियों के उस दफ्तर या शाखा दफ्तर को भेजती हैं, जो उनके देश में साक्षियों के प्रचार काम की निगरानी करता है। आप चाहें तो पैसों का दान सीधे अपने देश के शाखा दफ्तर को भी भेज सकते हैं। (आगे अलग-अलग तरह के दान के बारे में बताया गया है, जो आप स्वेच्छा से दे सकते हैं। इन्हें भी आप शाखा दफ्तर को भेज सकते हैं।) अगर आप चेक के ज़रिए दान करना चाहते हैं, तो चेक “Watch Tower” * को देय किया जाना चाहिए। गहने या दूसरी कीमती चीज़ें भी दान की जा सकती हैं। मगर इसके साथ एक छोटा-सा खत भी भेजा जाना चाहिए, जिसमें यह लिखा हो कि हम इसे एक तोहफे के रूप में भेज रहे हैं।

सशर्त दान का इंतज़ाम *

इस इंतज़ाम के तहत, पूरी दुनिया में हो रहे काम के लिए, पैसे वॉच टावर को दान किए जा सकते हैं। इसमें दान करनेवाला व्यक्‍ति अगर दान वापस चाहे, तो उसे लौटाया जा सकता है। ज़्यादा जानकारी के लिए कृपया अपने देश के शाखा दफ्तर से संपर्क कीजिए।

दान देने की योजनाएँ *

पैसों की भेंट और सशर्त दान देने के अलावा, आप अपने देश के नियमों के मुताबिक दूसरे तरीकों से भी दान कर सकते हैं।

बीमा: वॉच टावर को जीवन बीमा पॉलिसी या रिटायरमेंट/पेंशन योजना का बेनेफीशयरी बनाया जा सकता है।

बैंक खाते: बैंक खाते, डिपॉज़िट के सर्टिफिकेट या निजी रिटायरमेंट खाते, अपने इलाके के बैंक के नियमों के मुताबिक वॉच टावर के लिए ट्रस्ट में रखे जा सकते हैं या फिर मृत्यु पर देय किए जा सकते हैं।

स्टॉक्स और बॉन्ड्‌स: स्टॉक्स और बॉन्ड्‌स, वॉच टावर को भेंट किए जा सकते हैं। या फिर एक कानूनी वसीयत तैयार कर वॉच टावर को इनका बेनेफीशयरी बनाया जा सकता है।

ज़मीन-जायदाद: अगर बेचने लायक ज़मीन-जायदाद है, तो उसे सीधे भेंट किया जा सकता है या अगर वह आपकी रहने की जगह है, तो उसे संस्था के नाम लिखा जा सकता है। और जीते-जी आप उसका इस्तेमाल कर सकते हैं। मगर अपनी ज़मीन-जायदाद संस्था के नाम लिखने से पहले आपको अपने देश के शाखा दफ्तर से संपर्क करना चाहिए।

गिफ्ट एन्युटी: गिफ्ट एन्युटी एक ऐसा इंतज़ाम है, जिसमें एक व्यक्‍ति अपना पैसा, या शेयर्स वगैरह में लगायी अपनी पूँजी, यहोवा के साक्षियों के ठहराए निगम के नाम करता है। बदले में, दान करनेवाले को या जिसको उसने चुना है, ज़िंदगी-भर के लिए हर साल एन्युटी की निश्‍चित रकम मिलती है। जिस साल गिफ्ट एन्युटी शुरू की जाती है, उस साल दान करनेवाले को कर में रिआयत मिलती है।

वसीयतनामा और ट्रस्ट: वसीयत करने के ज़रिए आप अपनी संपत्ति या पैसा कानूनी तौर पर वॉच टावर के नाम कर सकते हैं या वॉच टावर * को ट्रस्ट एग्रीमेंट का बेनेफीशयरी बना सकते हैं। धार्मिक संगठनों से जुड़े ट्रस्टों को कर के मामले में कुछ रिआयतें मिल सकती हैं।

जैसा कि “दान देने की योजनाएँ” शब्द ज़ाहिर करते हैं, इसमें दान देनेवाले व्यक्‍ति को कुछ योजनाएँ बनाने की ज़रूरत होती है। इसलिए जो लोग इस बक्स में बताए किसी-न-किसी तरीके से, पूरी दुनिया में हो रहे यहोवा के साक्षियों के काम को फायदा पहुँचाना चाहते हैं, उन्हें इस बारे में ज़्यादा जानकारी देने के लिए अँग्रेज़ी और स्पैनिश भाषा में एक ब्रोशर तैयार किया गया है। इसका शीर्षक है, पूरी दुनिया में राज सेवा को फायदा पहुँचाने के लिए दान देने की योजनाएँ। * इस ब्रोशर में बताया गया है कि किन तरीकों से एक व्यक्‍ति जीते-जी अपनी संपत्ति या पैसा भेंट कर सकता है, या वसीयत लिख सकता है कि उसकी मौत के बाद संपत्ति भेंट कर दी जाए। इसे पढ़ने और अपने कानूनी या कर सलाहकार से विचार-विमर्श करने के बाद, कई लोग पूरी दुनिया में हो रहे यहोवा के साक्षियों के काम में मदद दे पाए हैं और ऐसा करने से उन्हें कर के मामले में बहुत फायदा भी हुआ है।

ज़्यादा जानकारी के लिए, आप नीचे दिए पते पर यहोवा के साक्षियों से खत या फोन के ज़रिए संपर्क कर सकते हैं या आपके देश में साक्षियों के काम की निगरानी करनेवाले दफ्तर से संपर्क कर सकते हैं।

Jehovah’s Witnesses,

Post Box 6440,

Yelahanka,

Bangalore 560 064,

Karnataka.

Telephone: (080) 28468072

[फुटनोट]

^ भारत में यह “Watch Tower Bible & Tract Society of India” को देय किया जाना चाहिए।

^ यह भारत में लागू नहीं होता।

^ ध्यान दें: अलग-अलग देशों में कर देने के अलग-अलग नियम हो सकते हैं। कर के नियमों और योजनाओं के बारे में अपने अकाउंटेंट या वकील से बात कीजिए। इस मामले में कोई भी फैसला करने से पहले, अपने देश के शाखा दफ्तर से भी सलाह-मशविरा कीजिए।

^ भारत में, “Watch Tower Bible and Tract Society of India” का इस्तेमाल करें।

^ यह ब्रोशर, भारत में उपलब्ध नहीं है।