मत्ती के मुताबिक खुशखबरी 17:1-27
अध्ययन नोट
एक ऊँचे पहाड़: मुमकिन है कि यह हेरमोन पहाड़ है जो कैसरिया फिलिप्पी के पास है। (मत 16:13 का अध्ययन नोट देखें।) इसकी ऊँचाई समुद्र-तल से करीब 9,232 फुट (2,814 मी.) है। शायद इसी पहाड़ की किसी ऊँची ढलान पर यीशु का रूप बदला था।—अति. ख10 देखें।
यीशु का रूप बदल गया: इस आयत में यूनानी क्रिया मेटामॉरफोऊ रोम 12:2 में भी इस्तेमाल हुई है।
आवाज़: खुशखबरी की किताबों में बताया गया है कि यहोवा ने तीन मौकों पर सीधे-सीधे इंसानों से बात की और यह दूसरा मौका था।—मत 3:17; यूह 12:28 के अध्ययन नोट देखें।
जिसे मैंने मंज़ूर किया है: या “जिससे मैं अति प्रसन्न हूँ।”—मत 3:17; 12:18 के अध्ययन नोट देखें।
इंसान के बेटे: मत 8:20 का अध्ययन नोट देखें।
घुटने टेककर: प्राचीन मध्य पूर्व में किसी के सामने घुटने टेकना, आदर की निशानी माना जाता था। ऐसा खासकर अधिकारियों से फरियाद करते वक्त किया जाता था।
मिरगी: मत 4:24 का अध्ययन नोट देखें।
अपने विश्वास की कमी: इनके यूनानी शब्द से जुड़ा एक और शब्द है, जिसका अनुवाद मत 6:30; 8:26; 14:31; 16:8; लूक 12:28 में “अरे कम विश्वास रखनेवालो” किया गया है। यीशु के कहने का मतलब यह नहीं था कि उसके चेलों में बिलकुल विश्वास नहीं है बल्कि उन्हें अपना विश्वास और बढ़ाना था।—मत 6:30; 8:26 के अध्ययन नोट देखें।
सच: मत 5:18 का अध्ययन नोट देखें।
राई के दाने के बराबर: मत 13:31, 32 के अध्ययन नोट देखें।
कुछ प्राचीन हस्तलिपियों में यहाँ लिखा है: “पर यह जाति बिना प्रार्थना और उपवास के नहीं निकलती।” (मर 9:29 का अध्ययन नोट देखें।) लेकिन ये शब्द सबसे पुरानी और भरोसेमंद हस्तलिपियों में नहीं पाए जाते। ज़ाहिर है कि ये शब्द परमेश्वर की प्रेरणा से लिखे शास्त्र का हिस्सा नहीं हैं।—अति. क3 देखें।
कफरनहूम: मत 4:13 का अध्ययन नोट देखें।
मंदिर का कर: शा., “दो-द्राख्मा का एक सिक्का।” (अति. ख14 देखें।) कर से मंदिर के कई काम किए जाते थे। (निर्ग 30:12-16) मालूम होता है कि यीशु के दिनों तक यह दस्तूर बन गया था कि यहूदी आदमियों को हर साल मंदिर के कर के लिए एक तय रकम देनी है।
बेटों को कर देने की ज़रूरत नहीं है: यीशु के दिनों में राज-घराने के सदस्य कर से मुक्त थे।
मछली पकड़ने के लिए काँटा: इनका यूनानी शब्द, मसीही यूनानी शास्त्र में सिर्फ यहीं आता है। मुमकिन है कि डोरी के आखिर में काँटा लगा होता था और उसमें चारा लगाकर उसे पानी में डाला जाता था। मसीही यूनानी शास्त्र की दूसरी आयतों में मछली पकड़ने के लिए जाल का ज़िक्र किया गया है।
चाँदी का एक सिक्का: शा., “स्ताटेर सिक्का,” जो चार-द्राख्मा के बराबर माना जाता था। (अति. ख14 देखें।) यह सिक्का एक शेकेल के बराबर था। दो लोगों को मंदिर के कर के लिए इतनी ही रकम देनी होती थी।—निर्ग 30:13.
तसवीर और ऑडियो-वीडियो
हेरमोन, इसराएली इलाके का सबसे ऊँचा पहाड़ है। इसकी ऊँचाई करीब 9,232 फुट (2,814 मी.) है और यह कैसरिया फिलिप्पी के पास है। जब नम हवा हेरमोन पहाड़ की बर्फीली चोटियों से होकर गुज़रती थी, तो उससे ओस बनती थी। यही ओस लंबे समय तक चलनेवाले सूखे मौसम में पेड़-पौधों को सींचती थी जिससे वे हरे-भरे रहते थे। (भज 133:3) इसकी पिघली हुई बर्फ यरदन नदी का मुख्य स्रोत है। एक संभावना है कि इस पहाड़ पर यीशु का रूप बदला था।—मत 17:2.
हेरमोन पहाड़ वादा किए हुए देश की उत्तरी छोर पर है। इस पहाड़ पर कई चोटियाँ हैं जो साफ नज़र आती हैं। सबसे ऊँची चोटी समुद्र-तल से 9,232 फुट (2,814 मी.) की ऊँचाई पर है। इन्हीं चोटियों से पूर्वी लबानोन पर्वतमाला का दक्षिणी हिस्सा बनता है। मुमकिन है कि हेरमोन पहाड़ पर यीशु का रूप बदला था।