क7-ग
यीशु की ज़िंदगी की खास घटनाएँ—गलील में बड़े पैमाने पर यीशु की सेवा (भाग 1)
वक्त |
जगह |
घटना |
मत्ती |
मरकुस |
लूका |
यूहन्ना |
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30 |
गलील |
यीशु पहली बार यह ऐलान करता है, “स्वर्ग का राज पास आ गया है” |
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काना; नासरत; कफरनहूम |
अधिकारी के बेटे को ठीक करता है; यशायाह के खर्रे से पढ़कर सुनाता है; कफरनहूम जाता है |
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कफरनहूम के पास गलील झील |
चार चेलों को बुलाता है: शमौन, अन्द्रियास, याकूब और यूहन्ना |
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कफरनहूम |
शमौन की सास और बहुतों को चंगा करता है |
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गलील |
गलील का पहला दौरा, चारों चेले साथ हैं |
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कोढ़ी को ठीक करता है; भीड़ पीछे आती है |
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कफरनहूम |
लकवे के मारे को ठीक करता है |
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मत्ती को बुलाता है; कर-वसूलनेवालों के साथ खाना खाता है; उपवास के बारे में सवाल |
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यहूदिया |
सभा-घरों में प्रचार करता है |
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31, फसह का त्योहार |
यरूशलेम |
बेतहसदा में बीमार आदमी को ठीक करता है; यहूदी, यीशु को मार डालने की ताक में |
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यरूशलेम से लौटता है (?) |
चेले सब्त के दिन अनाज की बालें तोड़ते हैं; यीशु “सब्त के दिन का प्रभु” |
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गलील; गलील झील |
एक आदमी का हाथ ठीक करता है; भीड़ पीछे हो लेती है; बहुतों को चंगा करता है |
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कफरनहूम के पास पहाड़ पर |
12 प्रेषितों को चुनता है |
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कफरनहूम के पास |
पहाड़ी उपदेश देता है |
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कफरनहूम |
सेना-अफसर के बीमार नौकर को ठीक करता है |
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नाईन |
विधवा के बेटे को दोबारा ज़िंदा करता है |
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तिबिरियास; गलील (नाईन या उसके आस-पास) |
यूहन्ना चेलों को यीशु के पास भेजता है; सच्चाई नन्हे-मुन्नों पर प्रकट; उसका जुआ उठाना आसान |
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गलील (नाईन या उसके आस-पास) |
एक पापिन उसके पैरों पर तेल मलती है; कर्ज़ लेनेवालों की मिसाल |
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गलील |
प्रचार का दूसरा दौरा, 12 प्रेषित साथ हैं |
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दुष्ट दूत निकाले; पाप जिसकी माफी नहीं |
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योना के सिवा कोई और चिन्ह नहीं देता |
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उसकी माँ और भाई आते हैं; कहता है चेले उसके रिश्तेदार हैं |