परमेश्वर का राज क्या हमारे दिल में है?
शास्त्र से जवाब
नहीं। परमेश्वर का राज हमारे दिल में नहीं है, न ही वह हमारे दिल के किसी हालत को दर्शाता है। a बाइबल इस राज को “स्वर्ग का राज” कहती है। इन शब्दों से हमें पता चलता है कि परमेश्वर का राज स्वर्ग में है। (मत्ती 4:17) हम कुछ बातों पर गौर करेंगे कि बाइबल इस राज को क्यों एक सचमुच की सरकार बताती है।
परमेश्वर के राज में राजा, प्रजा और नियम-कानून हैं, जिनके ज़रिए परमेश्वर अपनी इच्छा स्वर्ग में और धरती पर पूरी करवा सकता है।—मत्ती 6:10; प्रकाशितवाक्य 5:10.
परमेश्वर का राज या सरकार इस पृथ्वी के ‘देश-देश और जाति-जाति के लोग और भिन्न-भिन्न भाषा बोलनेवाले सब’ पर हुकूमत करेगी। (दानिय्येल 7:13, 14) इस राज को हुकूमत करने का अधिकार उसकी प्रजा ने नहीं, बल्कि परमेश्वर ने दिया है।—भजन 2:4-6; यशायाह 9:7.
यीशु ने अपने वफादार चेलों से कहा था कि वे उसके साथ स्वर्ग के राज में “राजगद्दियों पर बैठकर” राज करेंगे।—लूका 22:28, 30.
इस राज के दुश्मन भी हैं, जिनका नाश किया जाएगा।—भजन 2:1, 2, 8, 9; 110:1, 2; 1 कुरिंथियों 15:25, 26.
बाइबल यह सिखाती है कि परमेश्वर का राज हमारे दिल में नहीं है, न ही यह हमारे दिल के ज़रिए हम पर हुकूमत करता है। लेकिन वह यह बताती है कि “राज का वचन” या “राज की खुशखबरी” हमारे दिल पर असर ज़रूर कर सकती है।—मत्ती 13:19; 24:14.
‘परमेश्वर का राज तुम्हारे भीतर है’, इसका मतलब क्या है?
कुछ बाइबल अनुवादों में लूका 17:21 जिस तरह से लिखा गया है, उससे कई लोग समझ नहीं पाते कि परमेश्वर का राज कहाँ से हुकूमत करता है। मिसाल के लिए, बाइबल का एक अनुवाद हिंदी ईज़ी-टू-रीड वर्शन में लिखा है, ‘परमेश्वर का राज्य तुम्हारे भीतर है’। इस आयत को समझने के लिए हमें आस-पास की आयतों पर गौर करना होगा।
यीशु ने यह बात फरीसियों से कही। फरीसी यहूदियों के धार्मिक गुरु थे, जो यीशु का विरोध करते थे और उसे मार डालने में इन गुरुओं का भी हाथ था। (मत्ती 12:14; लूका 17:20) तो फिर क्या यह सोचना सही होगा कि परमेश्वर का राज इन हठीले धर्मगुरुओं के दिल में होगा? यीशु ने उन्हें कहा, “तुम . . . अंदर से कपट और दुराचार से भरे हो।”—मत्ती 23:27, 28.
दूसरे अनुवादों से हम यीशु की कही बात अच्छी तरह समझ पाते हैं, जो लूका 17:21 में दी गयी है। जैसे, हिंदी—ओ.वी. बाइबल में इस आयत का अनुवाद ऐसे किया गया है, “परमेश्वर का राज्य तुम्हारे बीच में है।” और नयी दुनिया अनुवाद बाइबल में लिखा है, “परमेश्वर का राज तुम्हारे ही बीच है।” स्वर्ग का राज फरीसियों के बीच इस मायने में था कि यीशु जिसे परमेश्वर ने अपने राज का राजा ठहराया है, उनके बीच मौजूद था।—लूका 1:32, 33.
a ईसाईजगत के अलग-अलग समूह सिखाते हैं कि परमेश्वर का राज एक व्यक्ति के अंदर होता है या उसके दिल में होता है। मिसाल के लिए, अमरीका में हुए सदर्न बैप्टिस्ट नाम के समूह के एक अधिवेशन में यह बताया गया कि एक हद तक परमेश्वर के राज का मतलब है कि “परमेश्वर का एक व्यक्ति की ज़िंदगी और दिल में हुकूमत करना।” उसी तरह, सोलहवें पोप बेनडिक्ट ने अपनी किताब नासरत का यीशु में लिखा कि “जब किसी का दिल परमेश्वर की आज्ञा को मानता है तो परमेश्वर का राज आता है।”